पटना (किरण): बिहार के नेता प्रतिपक्ष व पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव इन दिनों कार्यकर्ता संवाद यात्रा पर उत्तर बिहार के जिलों के दौरे पर हैं। उनकी इस यात्रा का पहला चरण 17 सितंबर तक चलने वाला है।
इस यात्रा के बीच भी वे राज्य की नीतीश सरकार पर आक्षेप लगाने का कोई भी मौका छोड़ नहीं रहे। अब उन्होंने मंत्री अशोक चौधरी के नीतीश कुमार की सराहना में छपे विज्ञापन को लेकर हमला बोला और इसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भ्रष्टाचार का वर्ण-पत्र बताया है।
नेता प्रतिपक्ष ने सोमवार को एक्स पर एक पोस्ट डाल कर कहा कि नीतीश कुमार के कैबिनेट मंत्री बिहार जैसे पिछड़े और गरीब राज्य के अपने विभागों को लूट कर सभी अखबारों में करोड़ों-करोड़ के फुल पेज विज्ञापन दे रहे हैं।
आश्चर्यजनक है कि यह विज्ञापन नीतीश कुमार की पार्टी जदयू, बिहार सरकार तथा सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की तरफ से आधिकारिक विज्ञापन नहीं बल्कि कैबिनेट के पांच मंत्रियों की तस्वीरों के साथ बिना किसी निवेदक के जारी किया है।
तेजस्वी ने कहा कि यह विज्ञापन टूटते पुलों से प्राप्त कमीशन, जमीन सर्वे, स्मार्ट मीटर तथा थानों और ब्लॉक कार्यालयों में सरकारी भ्रष्टाचार के माध्यम से अर्जित अवैध काली कमाई एवं अवैध धन शोधन से दिया जा रहा है। यह विज्ञापन भी नहीं बल्कि नीतीश कुमार के भ्रष्टाचार का विवरण और प्रशंसा पत्र है।
राष्ट्रीय जनता दल बिहार में बढ़ते अपराध एवं गिरती विधि व्यवस्था के विरोध में रविवार को राजभवन मार्च किया। राजद प्रदेश कार्यालय से राजभवन के निकले मार्च को पुलिस प्रशासन ने आयकर गोलंबर पर बैरिकेटिंग लगाकर रोक दिया। राजद नेता धरना पर बैठ गए।
हत्या-लूट बंद करो-बंद करो, नीतीश कुमार मुर्दाबाद जैसे नारे लगाते रहे। राजद नेता राज्यपाल को 105 अपराध की घटनाओं से संबंधित आंकड़ों के साथ-साथ ज्ञापन सौंपकर घटित घटनाओं पर संज्ञान लेने और समुचित कार्रवाई करते हुए सरकार को निर्देश देने की मांग की।
राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने आरोप लगाया कि दोबारा एनडीए की डबल इंजन की सरकार बनने के बाद बिहार की विधि व्यवस्था बिगड़ गई है तथा बढ़ते अपराध के कारण लोगों का जीवन यापन दुभर और भयावह हो गया है।
उन्होंने कहा कि हत्या, लूट, छिनतई एवं महिलाओं के साथ दुष्कर्म जैसी संगीन अपराध की घटनाओं में दिन प्रतिदिन बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है।