प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल राजस्थान में आयोजित विजय शंखनाद रैली के दौरान कांग्रेस पर सनसनीखेज आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने शासनकाल में मंदिरों को ध्वस्त करके उनकी जमीनों पर अवैध कब्जा किया। प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि कैसे रामनवमी की शोभायात्राओं पर पत्थरबाजी की गई।
तुष्टीकरण
प्रधानमंत्री के अनुसार, कांग्रेस का यह कृत्य वोट बैंक के लिए तुष्टीकरण की राजनीति का हिस्सा था। उन्होंने कहा कि इस तरह की गतिविधियों के लिए कांग्रेस की लिस्ट काफी लंबी है, जिसमें सामाजिक तनाव फैलाने के लिए जानबूझकर किए गए कार्य शामिल हैं। मोदी ने राजस्थान के धौलपुर की प्रशंसा की, जिसने अयोध्या के राममंदिर के लिए पत्थर भेजे थे।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर राजस्थान के सम्मान और पहचान के साथ खिलवाड़ करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जिन जमीनों पर मंदिर खड़े थे, उन्हें गिराकर कांग्रेस ने अपने नेताओं के लिए राजनीतिक लाभ उठाया। इस प्रक्रिया में न केवल धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई, बल्कि राजस्थान की ऐतिहासिक विरासत को भी क्षति पहुंचाई।
उन्होंने कांग्रेस की तुष्टीकरण की नीतियों को वोट के लिए खेला गया एक गंदा खेल बताया। राजस्थान की जनता से उन्होंने ऐसी नीतियों के विरुद्ध सतर्क रहने का आह्वान किया। मोदी ने आगे बताया कि ऐसे कृत्यों के लिए कांग्रेस की ओर से कभी माफी या प्रायश्चित नहीं किया गया, जिससे उनके द्वारा किए गए अन्याय की गंभीरता और बढ़ जाती है।
करौली-कैलादेवी मार्ग पर स्थित सिद्धार्थ सिटी में अपनी बात रखते हुए प्रधानमंत्री ने उपस्थित जनसमूह से कांग्रेस की नीतियों को खारिज करने की अपील की। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि धार्मिक स्थलों की सुरक्षा और संरक्षण उनकी सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है।
इस तरह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर धार्मिक स्थलों को नष्ट करने और राजस्थान की सामाजिक पहचान के साथ खिलवाड़ करने के गंभीर आरोप लगाए