रोम (नेहा): पोप फ्रांसिस की हालत शनिवार को और बिगड़ गई, वेटिकन ने बयान जारी कर कहा कि पोप फ्रांसिस की हालत काफी गंभीर है। लंबे समय तक अस्थमा से पीड़ित होने के चलते उन्हें सांस लेने में परेशानी है। इस कारण उन्हें अधिक मात्रा में आक्सीजन देनी पड़ी। वेटिकन ने कहा है कि 88 वर्षीय पोप फ्रांसिस को फेफड़ों में हुए संक्रमण के कारण एक सप्ताह से अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जांच के बाद खून की कमी की बात सामने आई। इसके बाद उन्हें खून चढ़ाया गया। उन्होंने पहले की तुलना में अधिक दर्द में होते हुए भी बैठकर दिन बिताया। वहीं, डॉक्टरों ने कहा है कि उनकी हालत नाजुक है। वेटिकन के अनुसार उनका सीटी स्कैन किया गया। इसमें उनके दोनों फेफड़ों में निमोनिया की पुष्टि हुई। रॉयटर्स के अनुसार, लैब टेस्ट, एक्सरे रिपोर्ट बता रही हैं कि उनकी हालत जटिल बनी हुई है। सर्दी के मौसम में पोप को ब्रॉन्काइटिस होने का खतरा बना रहता है।
डबल निमोनिया गंभीर संक्रमण है। इससे दोनों फेफड़ों में सूजन आ जाती है और सांस लेना कठिन हो सकता है। इससे पहले मार्च 2023 में भी उन्हें ब्रॉन्काइटिस की समस्या के कारण तीन दिन तक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अपनी नाजुक सेहत को देखते हुए पोप फ्रांसिस ने वेटिकन के कई अहम पदों पर लोगों की नियुक्तियां की हैं। पोप ने शनिवार को नन, सिस्टर राफैला पेइट्रिनी को वेटिकन सिटी अगली और पहली महिला गवर्नर नियुक्त करने की प्रक्रिया में भी तेजी ला दी है। साथ ही घोषणा कर दी है कि उनका कार्यकाल 1 मार्च से शुरू होगा। वहीं 6 फरवरी को पोप ने कार्डिनल्स कॉलेज के डीन इतालवी कार्डिनल जियोवानी बतिस्ता रे का कार्यकाल बढ़ा दिया था।