ढाका (राघव): बांग्लादेश में रेलवे कर्मचारियों की हड़ताल के कारण मंगलवार को देशभर में ट्रेनों का परिचालन ठप हो गया जिससे हजारों यात्रियों और माल परिवहन पर असर पड़ा। रेलवे कर्मचारियों ने पेंशन में वृद्धि और अन्य लाभों की मांग को लेकर यह हड़ताल शुरू की है। ‘बांग्लादेश रेलवे रनिंग स्टाफ एंड वर्कर्स यूनियन’ के कार्यवाहक अध्यक्ष सईदुर रहमान ने कहा कि सोमवार देर रात मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के साथ कोई समझौता नहीं होने के कारण यह हड़ताल शुरू की गयी। रहमान ने कहा कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो यह हड़ताल अनिश्चितकाल तक जारी रहेगी।
सरकारी रेलवे प्रणाली हर साल लगभग 6.5 करोड़ यात्रियों को सेवा देती है। यह 17 करोड़ की आबादी वाले देश में 25,000 कर्मचारियों को रोजगार देती है और 36,000 किलोमीटर (22,000 मील) के नेटवर्क पर काम करती है। राजधानी ढाका के मुख्य कमलापुर रेलवे स्टेशन पर हड़ताल के विषय में जानकारी न होने के कारण सैकड़ों यात्री जमा हो गए। कई यात्री घंटों इंतजार करने के बाद वापस घर लौट गए। यात्रियों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए रेलवे सलाहकार से स्टेशन पर शिकायत की। ढाका के स्टेशन मैनेजर शहादत हुसैन ने बताया कि मंगलवार की सुबह कम से कम 10 ट्रेनों को स्टेशन से रवाना होना था।
अधिकारियों ने वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर बसें उपलब्ध कराईं। सूत्रों के अनुसार देश के दूसरे सबसे बड़े शहर चटगांव में भी रेलवे कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। यह दक्षिणपूर्वी शहर देश का सबसे बड़ा बंदरगाह है। यहां का कपड़ा उद्योग माल निर्यात के लिए रेलवे पर निर्भर है। यह उद्योग मुख्य रूप से अमेरिका और यूरोपीय संघ में निर्यात से सालाना लगभग 38 अरब अमेरिकी डॉलर कमाता है। यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार अगस्त से देश का संचालन कर रही है। छात्र आंदोलन के कारण पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के 15 साल के शासन का अंत हो गया और उनके देश छोड़कर चले जाने के बाद यूनुस अंतरिम सरकार चला रहे है। विश्व बैंक और एशियाई विकास बैंक जैसी वैश्विक ऋण एजेंसियों द्वारा आर्थिक विकास दर में कमी की रिपोर्ट के बीच बांग्लादेश का अंतरिम प्रशासन व्यवस्था बहाल करने के लिए संघर्ष कर रहा है।