जयपुर: राजस्थान के 12 लोकसभा क्षेत्रों में पहले चरण के आम चुनावों के लिए 130 से अधिक उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। यह चुनाव 19 अप्रैल को होने जा रहे हैं।
नामांकन जमा करने की अंतिम तिथि, बुधवार को, 91 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र सौंपे। इस प्रकार कुल 131 उम्मीदवार पहले चरण के मतदान के लिए मैदान में हैं।
नामांकन प्रक्रिया का आगाज
राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी प्रवीण गुप्ता के अनुसार, नामांकन प्रक्रिया 20 मार्च को पहले चरण के मतदान के लिए चुनाव अनुसूची की अधिसूचना जारी होने के साथ शुरू हुई।
राजस्थान में चुनावी उत्साह चरम पर है। पहले चरण में 12 सीटों पर होने जा रहे मतदान के लिए विभिन्न दलों से 131 उम्मीदवारों ने अपनी दावेदारी पेश की है।
इस बार के चुनाव में विविधता की भरमार है। नए चेहरों से लेकर अनुभवी नेताओं तक, सभी ने राजस्थान की विभिन्न लोकसभा सीटों पर अपने नामांकन दाखिल किए हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस चुनाव में कई करीबी मुकाबले देखने को मिल सकते हैं। उम्मीदवारों की बढ़ती संख्या और विविधता इसे और भी दिलचस्प बना रही है।
वोटर्स में भी चुनावी सरगर मी का उत्साह स्पष्ट देखा जा सकता है। लोगों में अपने मताधिकार का प्रयोग करने की ललक और राजनीतिक प्रक्रिया में भागीदारी की इच्छा मजबूत है।
प्रत्याशियों की इतनी बड़ी संख्या ने चुनावी माहौल को और भी प्रतिस्पर्धी बना दिया है। विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधित्व से यह स्पष्ट है कि मतदान का यह चरण विविध विचारधाराओं और नीतियों का संगम है।
मतदान केंद्रों पर व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। चुनाव आयोग ने मतदाताओं की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं।
इस बीच, सोशल मीडिया पर भी चुनावी चर्चा जोरों पर है। उम्मीदवार और राजनीतिक दल सोशल मीडिया का उपयोग कर अपने विचारों और नीतियों को वोटर्स तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं।
चुनावी नतीजों का इंतजार न सिर्फ राजस्थान में, बल्कि पूरे देश में बेसब्री से किया जा रहा है। यह चुनाव राज्य की राजनीतिक दिशा और दशा को प्रभावित करने वाला साबित हो सकता है।