भारतीय चुनावी परिदृश्य में, विशेषत: लोकसभा चुनावों के दौरान, सुरक्षा का मुद्दा सबसे प्रमुख रहता है। इसी संदर्भ में, देश के मुख्य चुनाव आयुक्त, राजीव कुमार, को Z सिक्योरिटी प्रदान की गई है। यह निर्णय इंटेलिजेंस ब्यूरो की एक विस्तृत रिपोर्ट के बाद आया, जिसमें उनके खिलाफ संभावित खतरों का उल्लेख था।
मुख्य चुनाव आयुक्त की सुरक्षा
राजीव कुमार की सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार ने गंभीर कदम उठाए हैं। मंगलवार को, गृह मंत्रालय ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स को 40-45 सुरक्षाकर्मियों की टुकड़ी मुहैया कराने के आदेश दिए। यह कदम लोकसभा चुनावों के मद्देनजर लिया गया, जिससे राजीव कुमार को किसी भी प्रकार के खतरे से सुरक्षित रखा जा सके।
राजीव कुमार, जो 12 मई 2022 को भारत के 25वें मुख्य निर्वाचन आयुक्त के पद पर आसीन हुए थे, अब Z सिक्योरिटी के घेरे में रहेंगे। इस सुरक्षा व्यवस्था में 22 सुरक्षाकर्मी, जिनमें NSG कमांडो और पुलिसकर्मी शामिल हैं, उनकी सुरक्षा में तैनात रहेंगे।
यह पहली बार है जब किसी मुख्य चुनाव आयुक्त को इस प्रकार की केंद्रीय सुरक्षा प्रदान की गई है। पूर्व में, दिवंगत टी एन शेषन को भी केंद्रीय सुरक्षा प्राप्त थी, लेकिन राजीव कुमार के मामले में यह सुरक्षा और अधिक कड़ी है।
सुरक्षा की गहन व्यवस्था
सुरक्षा की इस गहन व्यवस्था में, राजीव कुमार के आवास पर आर्म्ड स्टैटिक गार्ड, निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO), और सशस्त्र एस्कॉर्ट कमांडो तैनात किए गए हैं। ये सुरक्षाकर्मी तीन शिफ्टों में कार्यरत रहेंगे, जिससे राजीव कुमार 24 घंटे सुरक्षित रहेंगे।
इसके अलावा, प्रत्येक शिफ्ट में वॉचर और ट्रेंड ड्राइवर स्टैंडबाय पर रहेंगे, ताकि किसी भी समय आपात स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके।