नई दिल्ली (राघव): कॉर्पोरेट की दुनिया में इन दिनों रोशनी नादर मल्होत्रा खूब चर्चा बटौर रही हैं। रोशनी नादर मल्होत्रा एचसीएल (HCL) के संस्थापक शिव नाडार की बेटी है और अब उन्हें एचसीएल समूह एक बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। रोशनी नादर मल्होत्रा ने एचसीएल समूह में उत्तराधिकार के एक बड़े कदम के बाद भारत की तीसरी सबसे अमीर व्यक्ति के रूप में अपनी जगह पक्की कर ली है। फॉर्च्यून इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, रोशनी अब एचसीएल के लिए स्ट्रैटेजिक फैसले लेने की बागडोर संभालेंगी, जो कि 12 बिलियन डॉलर की ग्लोबल टेक कंपनी है। बता दें कि रोशनी को इसी 8 मार्च, महिला दिवस के दिन एचसीएल कॉर्पोरेशन और वामा सुंदरी इन्वेस्टमेंट्स (वामा दिल्ली) में अपने पिता शिव नादर की 47% हिस्सेदारी मिली, जिससे वे भारत की अरबपतियों की रैंकिंग में शामिल हो गईं।
एचसीएल के संस्थापक अरबपति शिव नादर ने रणनीतिक उत्तराधिकार योजना के तहत एचसीएल कॉर्प और वामा दिल्ली में अपनी 47 प्रतिशत हिस्सेदारी अपनी बेटी रोशनी नादर मल्होत्रा को उपहार में दे दी है। एचसीएल टेक ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि हस्तांतरण के बाद रोशनी नियंत्रण हासिल कर लेंगी और वामा दिल्ली और एचसीएल कॉर्प की बहुलांश शेयरधारक बन जाएंगी। एचसीएल इन्फोसिस्टम्स लिमिटेड ने भी इसी तरह की सूचना दी है। वामा दिल्ली और एचसीएल कॉर्प में अपनी हिस्सेदारी के आधार पर, वह एचसीएल इन्फोसिस्टम्स लिमिटेड और एचसीएल टेक की सबसे बड़ी शेयरधारक बन जाएंगी। वह एचसीएल इन्फोसिस्टम्स में वामा दिल्ली की 12.94 प्रतिशत और एचसीएल कॉर्प की 49.94 प्रतिशत हिस्सेदारी के संबंध में मतदान अधिकारों पर नियंत्रण भी हासिल करेंगी। एचसीएल टेक में, वह वामा दिल्ली की 44.17 प्रतिशत हिस्सेदारी और एचसीएल कॉर्प की 0.17 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करेंगी। पूंजी बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने मल्होत्रा को खुली पेशकश करने से छूट दे दी है, जिससे शेयरों का सुचारू हस्तांतरण हो सकेगा।
पिता की हिस्सेदारी अब उनके कंट्रोल में होने के कारण रोशनी की कुल संपत्ति में उछाल आया है, जिससे वह भारत की तीसरी सबसे अमीर व्यक्ति बन गई हैं। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स – इंडिया लिस्ट के अनुसार, मुकेश अंबानी 88.1 बिलियन डॉलर के साथ पहले स्थान पर हैं, उसके बाद गौतम अडानी 68.9 बिलियन डॉलर के साथ दूसरे स्थान पर हैं। ट्रांसफर से पहले, शिव नादर 35.9 बिलियन डॉलर की कुल संपत्ति के साथ तीसरे स्थान पर थे। उत्तराधिकार योजना ने अब रोशनी को इस कैटेगरी में रखा है।