नई दिल्ली (राघव): भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को अपोलो अस्पताल से गुरुवार को डिस्चार्ज कर दिया गया। बुधवार रात उनकी तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें रात 9 बजे अस्पताल ले जाया गया था और डॉ. विनीत सूरी की निगरानी में रखा गया था। इससे पहले भी आडवाणी को एम्स में भर्ती कराया गया था।
अपोलो के डॉक्टर ने बताया कि उनकी हालत अब बेहतर है, इसलिए उन्हें डिस्चार्ज करने का फैसला लिया गया। बता दें, पिछले महीने 26 जून को भी उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था। यूरोलॉजी से संबंधित उन्हें परेशानी थी। यूरोलॉजी के प्रोफेसर डॉ. अमलेश सेठ उनका इलाज कर रहे थे। आडवाणी को 30 मार्च, 2024 को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया था। आडवाणी 1942 में स्वयंसेवक के रूप में आरएसएस में शामिल हुए थे। आडवाणी ने 1980 में पार्टी की स्थापना के बाद से सबसे लंबे समय तक पार्टी के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। लगभग तीन दशकों के संसदीय करियर में लालकृष्ण आडवाणी पहले गृह मंत्री और बाद में अटल बिहारी वाजपेयी (1999-2004) की कैबिनेट में उप-प्रधानमंत्री थे।