नई दिल्ली (राघव): बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद शेख हसीना ने सोमवार को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। पूर्व पीएम इस्तीफा देने के बाद अब सुरक्षित जगह पर चली गई हैं। इससे पहले सेना ने शेख हसीना को इस्तीफा देने के लिए सिर्फ 45 मिनट का समय दिया था, जिसके बाद उन्होंने जल्दबाजी में राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन को अपना इस्तीफा सौंप दिया। वहीं, शेख हसीना के पीएम पद से इस्तीफे के बाद हजारों प्रदर्शनकारियों ने उनके सरकारी आवास पर धावा बोल दिया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में कई प्रदर्शनकारी उनके आवास से महंगे गिफ्ट और कई तरह के सामान अपने हाथों में लिए हुए नजर आ रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, देश छोड़ने से पहले हसीना राष्ट्र को संबोधित करना चाहती थीं, लेकिन उनकी सुरक्षा दल ने इस प्रस्ताव को नहीं माना।
वहीं, शेख हसीना के पीएम पद से इस्तीफे के बाद गहराई राजनीतिक संकट पर सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल वाकर-उज-जमां का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि अब अंतरिम सरकार ही देश चलाएगी। उन्होंने बताया कि शेख हसीना के इस्तीफे के बाद एक बैठक की गई, जिसमें सेना के साथ चर्चा में मुख्य राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद थे।
सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल वाकर-उज-जमां ने कहा देश में संकट का दौर चल रहा है। मैंने विपक्ष के नेताओं से मुलाकात की है और सभी ने एक साथ मिलकर देश को चलाने के लिए एक अंतरिम सरकार बनाने का फैसला किया है। मैं आपकी जान-माल की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी लेता हूं और वादा करता हूं कि आपकी मांगें पूरी की जाएंगी। कृपया हिंसा रोकें।