नई दिल्ली (राघव): दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक योल ने देश में मॉर्शल लॉ लगाने के लिए माफी मांग ली है। शनिवार को टेलीविजन पर प्रसारित एक संबोधन में उन्होंने कहा कि यह निर्णय हताशा में लिया गया था। हालांकि उन्होंने अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है। योल की ये माफी ऐसे वक्त में सामने आई है, जब दक्षिण कोरिया में उनके खिलाफ महाभियोग चलाने के प्रस्ताव पर कुछ ही घंटों में वोटिंग होनी है। मॉर्शल लॉ के खिलाफ राष्ट्रपति योल की ही पार्टी में विरोध के सुर भी उठने लगे थे।
योल ने अपने संबोधन में कहा कि वह मार्शल लॉ लगाने के फैसले की कानूनी या राजनीतिक जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा, ‘मैं माफी मांगता हूं कि मेरे फैसले से लोगों को परेशान होना पड़ा। मैं भविष्य में राजनीतिक स्थिरता पर फैसला लेने का निर्णय अपनी पार्टी पर छोड़ता हूं।’ राष्ट्रपति के संबोधन के बाद उनकी ही पीपल्स पावर पार्टी के नेता हान डोंग हून ने कहा कि राष्ट्रपति योल अब अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में सक्षम नहीं है और उन्हें अब इस्तीफा दे देना चाहिए। इसके पहले शुक्रवार को हान ने राष्ट्रपति योल को देश के लिए खतरनाक बताया था और कहा थी कि उन्हें सत्ता से हटा देना चाहिए। आपको बता दें कि योल ने मंगलवार को दक्षिण कोरिया में मार्शल लॉ लगाने की घोषणा की थी।