पटना (राघव): राजद सदस्य सुनील कुमार सिंह की सदस्यता समाप्त कर दी गई है। वहीं, राजद सदस्य कारी सोहैब को अगले सत्र के लिए शुरुआती 2 दिन के लिए निलंबित किया गया है। विधानपरिषद में सभापति ने इसकी घोषणा की है। वहीं, सदस्यता समाप्त करने के बाद सुनील सिंह ने सदन में कहा कि जिसको फांसी दी जा रही, उसकी बात तो सुन ली जाए। उन्होंने डॉ. रामवचन राय पर आरोप लगाया कि उप सभापति बनने के लिए ये सब किया गया है।
राजद एमएलसी सुनील सिंह पर बजट सत्र के दौरानम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर मिमिक्री कर मजाक उड़ाना भारी पड़ गया। मामला बजट सत्र के दौरान राज्यपाल के अभिभाषण पर वाद-विवाद के समय नीतीश कुमार के साथ सदन में दुर्व्यवहार से जुड़ा था। इस मामले की जांच के लिए समिति बनाई गई थी। भीष्म समिति की मांग पर जांच समिति गठित की गई थी। मामले से जुड़े वीडियो की जांच में आरोप सही पाए गए थे।
गुरुवार को विधान परिषद उपसभापति रामवचन राय ने सुनील सिंह की सदस्यता रद्द करने का प्रतिवेदन रखा था। आचार समिति सुनील सिंह की सदस्यता समाप्त करने की अनुशंसा की थी। इसके बाद से यह लग रहा था कि इनकी सदस्यता पर तलवार लटकी हुई है। शुक्रवार को सुनील सिंह की सदस्यता समाप्त कर दी गई है। विधानपरिषद में एक साल के अंदर राजद की तरफ से सदस्यता गंवाने वाले यह दूसरे सदस्य हैं। इससे पूर्व राजद की अनुशंसा पर रामबली सिंह की भी सदस्यता समाप्त कर दी गई थी।