ह्यूस्टन (हरमीत): भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष में एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली है। सुनीता विलियम्स स्पेस मिशन पर अंतरिक्ष यान उड़ाने वाली पहली महिला बन गई हैं। बोइंग स्टारलाइन को उड़ाने व तीसरी बार अंतरिक्ष यात्रा करने के साथ ही सुनीता का नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है।
सुनीता विलियम्स ने 5 जून को फ्लोरिडा के केप कैनावेरल से बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल पर यह उड़ान भरी। इस दौरान नासा के अंतरिक्ष यात्री बैरी विल्मोर भी उनके साथ थे। अंतरिक्ष में यह मिशन नासा के कॉमर्शियल क्रू प्रोग्राम के तौर पर लॉन्च किया गया है, जिसका नाम बोइंग क्रू फ्लाइट टेस्ट है। अंतरिक्ष में रेग्यूलर क्रू फ्लाइट के लिहाज से यह काफी अहम कदम है।
इस मिशन के सफल होने पर स्पेस एक्स के क्रू ड्रैगन के बाद स्टारलाइनर को अंतरिक्ष की कक्षा में यात्रियों को ले जाने वाला यह दूसरा निजी अंतरिक्ष यान होगा।सुनीता विलियम्स के करियर में यह एक मील का पत्थर साबित होने वाला है। इससे पहले साल 2006-07 और साल 2012 में सुनीता ने रिकॉर्ड समय इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर बिताया था। उन्होंने स्पेसवॉक पर सर्वाधिक 7 घंटे का समय बिताया था।