रॉयटर (नेहा): सीरिया के अपदस्थ नेता बशर अल-असद के प्रति वफादार लड़ाकों ने गुरुवार को सरकारी बलों पर घातक हमला किया। यह हमला विद्रोहियों द्वारा सत्ता पर कब्जा करने के बाद से सरकारी बलों के खिलाफ सबसे भीषण ¨हसा में से एक है। सीरिया ने बताया कि तटीय क्षेत्र जाबलेह में हुई झड़पों में सुरक्षा बलों के कम-से-कम 15 सदस्य मारे गए। क्षेत्रीय सुरक्षा प्रमुख ने कहा कि असद समर्थक मिलिशिया द्वारा किए गए हमले में सुरक्षा बलों के कई सदस्य मारे गए और घायल हुए। इससे तटीय क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है। असद के दौर के एक कमांडर ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें कहा गया कि नई सरकार के खिलाफ “कोस्टल शील्ड रेजिमेंट” नामक एक प्रतिरोध समूह का गठन किया गया है। बता दें कि सीरिया पर मोहम्मद अल-शरा के संगठन HTS ने अपना शासन स्थापित कर लिया है, हालांकि, कुछ इलाकों में अभी भी उसकी सेना छोटे-छोटे मिलिशिया से लड़ रहे हैं।
सीरिया पर विद्रोहियों के कब्जे के बाद बशर अल-असद परिवार सहित रूस भागना पड़ा। सीरिया में पिछले 50 साल से असद परिवार का शासन था। असद अलवी शिया समुदाय से आते हैं और सीरिया एक सुन्नी बहूल देश है। उनके शासन के दौरान सीरिया के सुन्नी मुसलमानों को ये महसूस होने लगा कि उनको उनकी आबादी के हिसाब से सरकार में उन्हें हिस्सेदारी नहीं मिल रही है। वहीं, बशर अल-असद सरकार के दौरान सीरिया के रिश्ते मध्य पूर्व की सुन्नी ताकतों सऊदी, कतर और तुर्की से भी अच्छे नहीं रहे। इजरायली सेना भारी सैन्य वाहनों और बख्तरबंद वाहनों के साथ दक्षिणी सीरिया के कुनेत्रा के मजदुलिया शहर की ओर बढ़ रही है। इजरायली सेना मध्य ग्रामीम क्षेत्र में उम्म बटनाह शहर और उत्तरी कुनेत्रा में ऐन अल-नूरिया गांव की ओर बढ़ रही है।