नई दिल्ली (राघव): भारतीय हॉकी टीम ने बेल्जियम के हाथों मिली हार से बाहर निकलते हुए शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया को हरा इतिहास रच दिया। भारत ने पेरिस ओलंपिक-2024 के मैच में दमदार खेल दिखाया और ऑस्ट्रेलियाई टीम को 3-2 से मात दी। टीम इंडिया की ये जीत ऐतिहासिक है क्योंकि भारत ने 1972 के बाद से पहली बार ऑस्ट्रेलिया को ओलंपिक में हराया है। टीम इंडिया ने 52 साल के इस सूखे को खत्म कर दिया। इससे पहले भारत ने पहले मैच में न्यूजीलैंड को 3-2 से मात दी थी। फिर अर्जेंटीना के खिलाफ 1-1 से ड्रॉ खेला था। आयरलैंड के खिलाफ टीम इंडिया ने 2-1 से जीत हासिल की थी। लेकिन बेल्जियम के हाथों भारत को 1-2 से मात खानी पड़ी।
ऑस्ट्रेलियाई टीम अपनी आक्रामक हॉकी के लिए जानी जाती है। उसने इस मैच की शुरुआत भी अटैक के साथ की। शुरुआती मिनटों में ही ऑस्ट्र्रेलिया ने भारतीय घेरे में चहलकदमी करते हुए उसे दबाव में डालना चाहा। भारत भी हालांकि पीछे नहीं रहा। गुरजंत, हार्दिक और शमशेर ने ऑस्ट्रेलियाई डिफेंस लाइन की कड़ी परीक्षा ली। पहले क्वार्टर में पहली सफलता भारत के हाथ ही लगी। अभिषेक ने 12वें मिनट में भारत के लिए गोल किया। पहले ललित उपाध्याय ने ऑस्ट्रेलियाई गोलकीपर की परीक्षा ली जिन्होंने सेव तो कर लिया लेकिन गेंद को अच्छे से क्लियर नहीं कर पाए और इसका फायदा अभिषेक ने उठाते हुए गेंद को नेट में डाल भारत को आगे कर दिया। अगले मिनट में भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला जिसे कप्तान हरमनप्रीत ने गोल में तब्दील कर भारत को 2-0 से आगे कर दिया. पहले क्वार्टर का अंत भारत ने इसी स्कोर के साथ किया।
दूसरे क्वार्टर में ऑस्ट्रेलियाई ने वापसी की कोशिशें कीं। ऑस्ट्रेलियाई टीम लगातार भारत के घेरे में आने की कोशिश कर रही थी। 19वें मिनट में उसे इसका फल पेनल्टी कॉर्नर के रूप में मिला, हालांकि ब्लैक गोवर्स गोल नहीं कर पाए। 25वें मिनट में ऑस्ट्रेलिया के पास फील्ड गोल करने का मौका आया जिसे मनप्रीत ने टाल दिया। यहां ऑस्ट्रेलिया को हालांकि शॉर्ट पेनल्टी कॉर्नर मिला गया और टीम खाता खोलने में सफल रही। क्रैग थॉमस ने गेंद को बिना किसी परेशानी के नेट में डाल दिया। 26वें मिनट में भारत के पास अपनी बढ़त को बढ़ाने का मौका मिला। ऑस्ट्रेलियाई टीम की गलती से उसे पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन इस बार हरमनप्रीत नाकाम रहे। दूसरे क्वार्टर का अंत भी भारत ने बढ़त के साथ ही किया।
तीसरे क्वार्टर में आते ही ऑस्ट्रेलिया ने मौका बनाया। बाएं फ्लैंक से ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने गेंद को पकड़ा और भारतीय घेरे में प्रवेश किया, लेकिन श्रीजेश ने शानदार बचाव करते हुए गोल नहीं होने दिया। भारत ने काउंटर किया और पेनल्टी कॉर्नर हासिल कर लिया। हरमनप्रीत पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तो तब्दील नहीं कर पाए लेकिन पेनल्टी स्ट्रोक हासिल करने में सफल रहे। इस आसान मौके को हरमनप्रीत ने नहीं गंवाया और भारत को 3-1 से आगे कर दिया। ऑस्ट्रेलिया पूरी तरह से मैच से बाहर नहीं हुई थी। आखिरी क्वार्टर में दो गोल कर वह वापसी कर सकती थी। ऐसा हुआ नहीं, बल्कि उलटा टीम इंडिया ने इस क्वार्टर में चौथा गोल कर दिया। लेकिन तकनीकी खामी के कारण टीम इंडिया का ये गोल रद्द कर दिया गया। आखिरी पांच मिनट में ऑस्ट्रेलिया पेनल्टी स्ट्रोक लेने में सफल रही और इस बार गोवर्स ने गोल करने में कोई गलती नहीं की। इसके बाद टीम इंडिया ज्यादा सतर्क रही और उसने बराबरी का गोल नहीं होने दिया और जीत हासिल की।