नई दिल्ली (राघव): सोमवार यानी 7 अप्रैल 2025 को शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली। डोनाल्ड ट्रंप की नई टैरिफ नीतियों ने ग्लोबल इकॉनमी में हलचल मचा दी है। जहां एक ओर निवेशक शेयरों से हाथ खींच रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सोने और चांदी जैसे सेफ हेवन एसेट्स में भी लगातार चौथे दिन गिरावट जारी है। मल्टी कॉमोडिटी एक्सचेंज (MCX) के मुताबिक, सोने का दाम प्रति 10 ग्राम ₹87,830 पर पहुंच गया है। वहीं चांदी का भाव प्रति किलो ₹87,678 दर्ज किया गया है। यह गिरावट ग्लोबल ट्रेड वॉर, आर्थिक मंदी के संकेतों और टैरिफ से जुड़ी अनिश्चितताओं के चलते देखने को मिली है।
2024 की दूसरी तिमाही में खनन से होने वाला मुनाफा करीब 950 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया। इसका सीधा असर यह हुआ कि बाजार में सोने की आपूर्ति बढ़ी और दाम में गिरावट शुरू हुई। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के आंकड़ों के अनुसार, गोल्ड का ग्लोबल रिजर्व अब 2,16,265 टन तक पहुंच गया है, जो बीते वर्षों की तुलना में बड़ा उछाल है।
केंद्रीय बैंकों की डिमांड में आई गिरावट
2023 में जहां 1,045 टन सोना केंद्रीय बैंकों द्वारा खरीदा गया था, वहीं 2025 की शुरुआत में एक सर्वे के अनुसार 71 केंद्रीय बैंक अपने भंडार को या तो घटाने या स्थिर रखने का मन बना रहे हैं। इससे डिमांड कमजोर हो रही है और कीमतों पर दबाव बढ़ रहा है।