नई दिल्ली (किरण): तिरुपति के वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में जानवर की चर्बी मिला घी सप्लाई करने मामले पर लगातार सियासी बयानबाजी हो रही है। इस मामले पर टीडीपी और भाजपा, जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआरसीपी पर निशाना साध रही है। इसी बीच इस मामले पर एआईएमआईएम नेता और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी टिप्पणी की। बुधवार को मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि तिरुपति मंदिर के प्रसाद में एनिमल फैट मिला तो इतना बवाल हो गया। तिरुपति के प्रसाद में जानवरों की चर्बी के इस्तेमाल की जानकारी सामने आई है। ऐसा हुआ है तो गलत है। ओवैसी ने कहा कि हम भी इसे गलत मानते हैं और ये नहीं होना चाहिए था।
वहीं, उन्होंने तिरुपति मंदिर मामले के अलावा वक्फ बोर्ड बिल को लेकर भाजपा पर निशाना साधा। वक्फ बोर्ड बिल में मुसलमानों के अलावा दूसरे धर्मों को भी लाया जा रहा है। क्या वो गलत नहीं है ? केंद्र सरकार मुसलमानों की जमीन हड़पना चाहती है। ओवैसी ने आगे कहा कि वक्फ प्रॉपर्टी एक प्राइवेट प्रॉपर्टी है। बीजेपी अफवाह फैला रही है, जैसे वक्फ एक सरकारी प्रॉपर्टी है। झूठा प्रोपेगेंडा है कि वक्फ बोर्ड के पास 10 लाख एकड़ जमीन है। जैसे हिंदू धर्म में प्रॉपर्टी दान दी जाती है, वैसे ही वक्फ में भी जमीन दान दी जाती है।
एआईएमआईएम नेता ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा, विकास या उनमें दक्षता लाने के लिए यह बिल नहीं ला रही है। यह बिल वक्फ बोर्ड को खत्म करने के लिए पेश किया गया है। उन्होंने आगे दावा किया कि बीजेपी और आरएसएस वक्फ बोर्ड के खिलाफ ‘झूठा प्रचार’ फैला रहे हैं।