नई दिल्ली (किरण): विश्व प्रसिद्ध तिरुपति के लड्डू में पशुओं की चर्बी के इस्तेमाल किए जाने के मामले पर सियासी हंगामा जारी है। कुछ दिनों पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने पिछली वाईएसआरसीपी सरकार पर आरोप लगाए कि पूर्ववर्ती सरकार के दौरान विश्व प्रसिद्ध तिरुपति के लड्डू में पशुओं की चर्बी के इस्तेमाल किया गया था।
सीएम नायडू ने एनडीए विधायक दल की बैठक को संबोधित करते हुए दावा किया कि तिरुमाला के लड्डू भी घटिया सामग्री से बनाए गए थे। उन्होंने घी के बजाय जानवरों की चर्बी का उपयोग किया।
वहीं, लैब रिपोर्ट ने भी इस बात की पुष्टि की है कि लड्डू में मिलावट की गई थी। लैब रिपोर्ट सामने आने के बाद टीडीपी प्रवक्ता अनम वेंकट रमण रेड्डी ने गुरुवार को कहा,”गुजरात में राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड को परीक्षण के लिए भेजे गए नमूनों की प्रयोगशाला रिपोर्ट प्रमाणित करती है कि घी की तैयारी में गोमांस की चर्बी, पशु वसा, चरबी और मछली के तेल का उपयोग किया गया था, जो तिरुमाला को आपूर्ति की गई थी।
लैब कि रिपोर्ट सामने आने के बाद सीएम नायडू ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इस अनियमियता में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सीएम ने कहा कि मुझे जो लैब रिपोर्ट मिली है, उससे स्पष्ट है कि प्रसाद की गुणवत्ता के साथ समझौता किया गया, उसमें अपवित्र वस्तुओं की मिलावट की बात सामने आई है। इन सबके लिए जिम्मेदार कुछ लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी शुरू हो गई है। कुछ लोगों को काम से हटा भी दिया गया है।