पंजाब के बरनाला जिले की एक दर्दनाक घटना ने समाज को झकझोर कर रख दिया है। एक युवक, जिसकी पहचान गुरप्रीत सिंह के रूप में हुई है, ने अपनी पत्नी को विदेश में बसाने के सपने को पूरा करने के लिए अपनी जमीन तक बेच दी थी। लेकिन, ससुरालवालों की लगातार बढ़ती मांगों और पैसों के लिए परेशान किए जाने के कारण, वह इतना तंग आ गया कि उसने अपने जीवन को समाप्त करने का दुःखद निर्णय ले लिया।
गुरप्रीत की शादी लगभग सात वर्ष पहले रवनीत कौर से हुई थी। विवाह के बाद से ही उसका सपना था कि वह अपनी पत्नी को बेहतर अवसरों की तलाश में विदेश भेजे। इस दिशा में उसने अपनी पत्नी को आईलेट्स की तैयारी भी करवाई और विदेश भेजने के लिए भारी खर्च उठाया।
पारिवारिक दबाव और आत्महत्या
यह घटना बरनाला के धनौला कस्बे के जबंधा पिंडी में हुई। जमीन बेचने के बावजूद, गुरप्रीत पर उसके ससुराल वालों द्वारा लगातार आर्थिक दबाव बनाया जा रहा था। वे उससे अधिक पैसों की मांग करते रहते थे, जिससे वह मानसिक रूप से बहुत परेशान हो गया। इसी तनाव और परेशानी में डूबकर उसने अपने जीवन का अंत करने का निर्णय लिया।
पुलिस के अनुसार, गुरप्रीत के इस कदम के पीछे मुख्य कारण उसके ससुराल वालों का अत्यधिक आर्थिक दबाव और परेशानी थी। उसके परिवार ने भी पत्नी को विदेश भेजने के लिए खर्च किया था, लेकिन उनके सपने अधूरे रह गए।
इस घटना ने समाज में विवाहित जीवन और पारिवारिक दबावों पर एक गंभीर प्रश्न चिह्न लगा दिया है। यह हमें सिखाता है कि आर्थिक और पारिवारिक दबावों के चलते किसी का भी जीवन खतरे में पड़ सकता है। समाज में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता और समझदारी की बेहद आवश्यकता है।
परिवार और समाज को मिलकर ऐसे दबावों को कम करने की दिशा में काम करने की जरूरत है, ताकि भविष्य में किसी अन्य व्यक्ति को इस प्रकार के दुखद कदम उठाने की नौबत न आए।