कीव (किरण): यूक्रेन ने मंगलवार रात किए ड्रोन हमले में इसकी सीमा से 500 किलोमीटर दूर ट्वेर प्रांत स्थित टोरोपेट्स रूसी सैन्य भंडार को निशाना बनाया। यह हमला इतना भीषण था कि वहां रखीं मिसाइलें-गोले फटने लगे और भूकंप जैसा महसूस किया गया।
नासा सैटेलाइट ने 14 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में गर्मी के बड़े स्त्रोत पकड़े, जबकि भूकंप निगरानी स्टेशनों के सेंसर ने क्षेत्र में एक छोटे भूकंप जैसा झटका रिकॉर्ड किया। हमले के बाद स्थानीय लोगों को वहां से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
कीव के सुरक्षा अधिकारी के अनुसार मॉस्को से 380 किलोमीटर दूर करीब 11,000 की आबादी वाले टोरोपेट्स में किए गए हमले में यूक्रेन में बने 100 से ज्यादा कामिकेज ड्रोनों का इस्तेमाल किया गया। करीब छह किलोमीटर तक फैले इस सैन्य भंडार में इस्कैंडर और टोच्का-यू मिसाइलें, ग्लाइड बम, तोप के गोलों के अलावा उत्तर कोरिया की केएन-23 शार्ट रेंज बैलिस्टिक मिसाइलें भी भरी हुई थीं और हमले के बाद पूरा भंडार आग और तेज धमाकों के साथ जलता रहा।
रूसी मीडिया के अनुसार इस भीषण ड्रोन हमले को रोकने के लिए रूस का एयर डिफेंस सिस्टम काम कर रहा था। हालांकि, इस हमले में जान-माल का कितना नुकसान हुआ इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। वहीं, कथित रूप से इस हमले के कुछ वीडियो ऑनलाइन भी प्रसारित किए गए, जिनपर जमकर प्रतिक्रियाएं आईं। रॉयटर ने कैलिफोर्निया स्थित मोंटेरे में मिडलबरी अंतरराष्ट्रीय अध्ययन संस्थान के जॉर्ज विलियम हर्बर्ट के हवाले से कहा कि वीडियो में दिख रहे मुख्य विस्फोट का आकार 200-240 टन उच्च विस्फोटकों के बराबर दिख रहा है।
उधर, यूक्रेन के उत्तर-पूर्वी शहर सुमी में बुधवार को रूस ने बिजली घरों पर हमला किया, जबकि क्रोपिव्नित्सकी में एक व्यक्ति की मौत हो गई। यूक्रेनी वायु सेना का दावा है कि उसने मॉस्को द्वारा रात में लॉन्च किए गए 52 में से 46 ड्रोन नष्ट कर दिए हैं, जबकि तीन गाइडेड मिसाइलें अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकीं। किरोवोद के मध्य क्षेत्र के अधिकारियों ने बताया कि एक व्यक्ति मारा गया, एक 90 वर्षीय महिला समेत कई लोग घायल हो गए हैं। क्रोपिव्नित्सकी में आवासीय इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं।