मेरठ (राघव): पुलिस सिस्टम की जड़ें दिन प्रतिदिन खोखली होती जा रही हैं। भ्रष्टाचार का घुन पूरे सिस्टम में घर कर गया है। गुरुवार को भावनपुर थाने में तैनात दारोगा को पलवल से फरीदाबाद की एंटी करप्शन टीम ने दो लाख की रिश्वत के साथ रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। अपहरण और फिरौती के मुकदमे को खत्म करने के लिए दारोगा ने दो लाख की रकम मांगी थी। रकम लेने के लिए भावनपुर से एक महिला दारोगा के संग पलवल पहुंच गया था। एंटी करप्शन ने दारोगा के बारे में एसएसपी को जानकारी दी। उन्होंने तत्काल प्रभाव से दारोगा को निलंबित कर दिया।
बरेली का रहने वाला लक्ष्मण सिंह सिपाही से 2017 में पदोन्नत होने के चलते दारोगा बन गया था। हाल में लक्ष्मण सिंह की तैनाती भावनपुर थाने में चल रही है। भावनपुर थाने में तीन सितंबर को युवती के अपहरण और पांच लाख की फिरौती का मुकदमा दर्ज हुआ था। इस मुकदमे की विवेचना लक्ष्मण सिंह को दी गई थी। मुकदमे में हरियाणा के पलवल स्थित हथीन के रहने वाले रिटायर्ड फौजी जाकिर हुसैन और उनके तीन बेटों को आरोपित बनाया गया। पिछले ढाई महीने से लक्ष्मण सिंह जाकिर हुसैन के बेटे जावेद से फोन पर बातचीत कर रहा था। लक्ष्मण सिंह ने जावेद को बताया कि वह मुकदमा खत्म कर देगा। उसकी ऐवज में रकम देनी होगी। उसने बताया कि वह पलवल पहुंचकर ही रकम बताएगा। बुधवार को जावेद ने लक्ष्मण सिंह से बातचीत की। बताया कि उन्होंने रकम तैयार कर ली है। वह किसी भी समय लेने आ सकते है।