भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अबू धाबी, यूएई में ‘अहलान मोदी’ कार्यक्रम में भाषण दिया, जहां उन्होंने 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। इस कार्यक्रम के दौरान, उन्होंने एक महत्वपूर्ण घोषणा की कि यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) जल्द ही यूएई में लॉन्च किया जाएगा। इस कदम का उद्देश्य यूएई में रहने वाले लोगों को भारत में पैसे भेजने की प्रक्रिया को सरल बनाना है।
UPI का विस्तार
UPI की यूएई में शुरुआत के साथ, यह स्पष्ट है कि भारतीय तकनीकी नवाचार की सीमाएँ अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विस्तारित हो रही हैं। यह डिजिटल भुगतान प्रणाली न केवल दो देशों के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत करेगी, बल्कि यूएई में भारतीय प्रवासियों के लिए आर्थिक लेनदेन को भी अधिक सुविधाजनक बनाएगी।
UPI का यह कदम दोनों देशों के बीच के संबंधों को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगा और वैश्विक बाजार में भारत की तकनीकी क्षमताओं को प्रदर्शित करेगा। इसके लॉन्च से यूएई में भारतीयों को न केवल पैसे भेजने में आसानी होगी, बल्कि यह डिजिटल इंडिया के सपने को भी साकार करने में मदद करेगा।
यूपीआई का विस्तार भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा, जो न केवल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी डिजिटल पहचान को मजबूत करेगा, बल्कि विश्व बाजार में इसके प्रभाव को भी बढ़ाएगा। इससे भारतीय नागरिकों और व्यवसायों के लिए नए अवसर खुलेंगे, और अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की उपस्थिति को और भी मजबूत किया जा सकेगा।
अंततः, UPI की यूएई में शुरुआत न केवल एक तकनीकी प्रगति है, बल्कि यह भारतीय प्रवासियों और वहाँ के नागरिकों के बीच एक सेतु का काम करेगा। यह नवाचार दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग को नई दिशा प्रदान करेगा और वैश्विक स्तर पर डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में भारत के नेतृत्व को सुदृढ़ करेगा।