नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को यह घोषणा की कि पहले लोग सवाल करते थे कि CBI और ED शक्तिशाली लोगों के खिलाफ क्यों नहीं कार्रवाई कर रहे हैं, लेकिन अब वे शक्तिशाली और भ्रष्ट पूछ रहे हैं कि ये एजेंसियां उनके खिलाफ क्यों कार्रवाई कर रही हैं।
मोदी का यह स्पष्ट इशारा विपक्षी नेताओं की ओर था, जो उन पर आरोप लगाते रहे हैं कि उनकी सरकार जांच एजेंसियों का इस्तेमाल उन्हें निशाना बनाने के लिए कर रही है।
उत्थान भारत
प्रधानमंत्री मोदी ने 2019 के बालाकोट एयरस्ट्राइक को याद करते हुए कहा कि चाहे आतंक के सरगना हों या विकास और शांति की इच्छा रखने वाले देश, सभी ने “उत्थान भारत” का अनुभव किया है।
उन्होंने आगे कहा कि उनकी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ सक्रिय रूप से कार्यवाही कर रही है, जिससे देश की छवि मजबूत हुई है।
मोदी ने बताया कि पिछली सरकारों में, जिन्हें उन्होंने नाम नहीं लिया, झूठ और धोखाधड़ी के माध्यम से घोटालों का बचाव किया गया था। लेकिन उनकी सरकार ने इस प्रवृत्ति को बदल दिया है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी सरकार की कठोर कार्रवाई ने देश के आर्थिक और सामाजिक विकास को नई दिशा दी है।
“हमने भ्रष्टाचारियों को सजा दिलवाने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। अब उन्हें यह समझ में आ रहा है कि कानून के हाथ लंबे होते हैं,” मोदी ने उत्साहित स्वर में कहा।
उन्होंने विकास के अपने एजेंडा पर भी प्रकाश डाला और बताया कि कैसे उनकी सरकार ने देश के विकास को गति दी है। “हमारा लक्ष्य सिर्फ विकास नहीं बल्कि समावेशी विकास है, जहां हर नागरिक को उसका लाभ मिले,” मोदी ने कहा।
प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार ने विकास के लिए नई पहल की हैं और इसके लिए उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को मजबूत किया है।
उन्होंने आगे बताया, “विश्व भर में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है। आज, भारत को विकास और शांति का प्रतीक माना जाता है। हमने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की आवाज को मजबूती से उठाया है।”
इस अवसर पर, मोदी ने युवाओं को देश के विकास में योगदान देने का आह्वान किया। “युवा हमारे देश की ताकत हैं और मैं उनसे अपील करता हूं कि वे देश के विकास में अपना योगदान दें,” उन्होंने कहा।
प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन ने न केवल वर्तमान चुनौतियों पर प्रकाश डाला बल्कि भविष्य की उम्मीदों को भी साझा किया। उनका संदेश स्पष्ट था: भ्रष्टाचार के खिलाफ एक निरंतर लड़ाई और विकास की ओर अग्रसर एक समृद्ध भारत की ओर बढ़ना।
“हमें एक साथ मिलकर नई ऊँचाइयों को छूना है, और मैं विश्वास दिलाता हूँ कि हमारी साझा प्रयासों से यह संभव होगा,” मोदी ने उत्साह के साथ कहा।
उनके इस संदेश में न केवल एक नेता का दृष्टिकोण झलकता है, बल्कि एक ऐसे विजनरी की सोच भी दिखाई देती है जो भारत को विश्व में एक नई पहचान दिलाने के लिए कटिबद्ध है।
प्रधानमंत्री मोदी के ये विचार न केवल राजनीतिक मंचों पर, बल्कि सामाजिक और आर्थिक मोर्चों पर भी एक नई दिशा प्रदान करते हैं। उनका यह दृष्टिकोण भारत के युवाओं, उद्यमियों और हर एक नागरिक को एक समृद्ध और सशक्त भारत के निर्माण में अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करता है।
“आइए हम सभी मिलकर भारत को एक ऐसा देश बनाएं जहाँ शांति, प्रगति और समृद्धि हो। एक ऐसा भारत जो विश्व में अपनी एक अनूठी पहचान बनाए,” मोदी ने अपने संदेश को समाप्त करते हुए कहा।