वाशिंगटन (हरमीत): अमेरिका के धार्मिक स्वतंत्रता पर निगरानी रखने वाली संस्था यूएस कमीशन ऑन इंटरनेशनल रिलिजियस फ्रीडम (USCIRF) में हिंदू समुदाय के सदस्यों की नियुक्ति न होने के कारण एक शीर्ष भारतीय डायस्पोरा थिंक-टैंक के प्रमुख ने इस संस्था पर कटाक्ष किया है। उनका कहना है कि विविधता की कमी के कारण, यह संस्था भारत और हिंदुओं पर “पक्षपाती और आक्रामक” रिपोर्ट्स तैयार कर रही है।
USCIRF, एक स्वतंत्र और द्विदलीय संघीय सरकारी संस्था है, जिसे अमेरिकी कांग्रेस द्वारा विदेशों में धार्मिक स्वतंत्रता पर नजर रखने, विश्लेषण करने और रिपोर्ट करने के लिए स्थापित किया गया है। इस संस्था ने हाल ही में तीन नए सदस्यों मौरीन फर्ग्यूसन, विकी हार्ट्ज़लर और आसिफ महमूद की नियुक्ति की घोषणा की थी और स्टीफन श्नेक और एरिक यूलैंड को पुनः नियुक्त किया।
भारतीय डायस्पोरा थिंक-टैंक के प्रमुख के अनुसार, USCIRF में हिंदू सदस्यों की अनुपस्थिति इस संस्था की रिपोर्टिंग प्रक्रिया में एक बड़ी खामी है। उनका मानना है कि इसके चलते भारत और हिंदू धर्म के बारे में तैयार की जाने वाली रिपोर्ट्स में पक्षपात और विषयांतर होता है।
उन्होंने आगे बताया कि विविधता और समावेशिता की कमी से यह संस्था अपने उद्देश्यों की पूर्ति में असफल रही है, जो कि विश्व भर में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति को समझने और सुधारने में मदद करना है।