देहरादून (नेहा):अंतरराज्यीय बस अड्डा (आइएसबीटी) देहरादून के परिसर में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई साढ़े 14 वर्षीय किशोरी चिकित्सीय जांच में गर्भवती मिली है। घटना के बाद से राज्य बालिका निकेतन में रह रही किशोरी की तबीयत बिगड़ने पर उसे गुरुवार शाम जिला अस्पताल कोरोनेशन में उपचार के लिए लाया गया था। यहां जांच में किशोरी के गर्भवती होने का पता चला। चिकित्सक आशंका जता रहे हैं कि किशोरी सामूहिक दुष्कर्म की घटना से पूर्व से गर्भवती है। जिला अस्पताल कोरोनेशन की महिला रोग विशेषज्ञ ने सीएमओ को पत्र लिखकर चिकित्सीय परामर्श मांगा है। हालांकि, इस मामले में कोई भी जिम्मेदार मुंह खोलने को तैयार नहीं हैं।
घटना की जांच कर रही पुलिस की एसआइटी के प्रभारी एसपी सिटी प्रमोद कुमार और सीएमओ डा. संजय जैन ने अभी तक मेडिकल रिपोर्ट न मिलने की बता कहते हुए पल्ला झाड़ लिया, जबकि बाल आयोग की अध्यक्ष डा. गीता खन्ना ने भी इस संबंध में बोलने से मना कर दिया। वहीं, स्थिति गंभीर देखते हुए पीड़ित किशोरी को कोरोनेशन से दून अस्पताल रेफर कर दिया गया है। बताया गया कि चिकित्सक लगातार उसकी जांच कर रहे हैं और कुछ मेडिकल टेस्ट भी कराए गए हैं। आइएसबीटी परिसर में उत्तराखंड परिवहन निगम की देहरादून-दिल्ली मार्ग की अनुबंधित सीएनजी बस में मुरादाबाद उत्तर प्रदेश निवासी किशोरी से 12 अगस्त की मध्य रात्रि पांच लोगों ने दुष्कर्म किया था। मामला पुलिस के संज्ञान में 17 अगस्त की रात्रि आया था। उससे पूर्व किशोरी बाल कल्याण समिति के पास थी, जहां उसकी काउंसलिंग की जा रही थी।
पुलिस ने 18 अगस्त को परिवहन निगम के दो विशेष श्रेणी परिचालक व एक नियमित परिचालक समेत अनुबंधित बसों के दो चालकों को सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार किया था। वहीं, पीड़ित किशोरी घटना के बाद राज्य बालिका निकेतन में रह रही है। गुरुवार की शाम उसकी तबीयत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल कोरोनेशन में भर्ती कराया गया था। जांच के दौरान पीड़ित किशोरी के गर्भवती होने का पता चिकित्सकों को चला तो उन्होंने तत्काल पुलिस और सीएमओ को सूचना दी। सीएमओ को भेजे गए पत्र में जिला अस्पताल कोरोनेशन के प्रमुख अधीक्षक ने बताया कि किशोरी का महिला रोग विशेषज्ञ डा. दीप्ति सिंह की देखरेख में उपचार किया गया। जांच में डा. दीप्ति सिंह ने पाया कि किशोरी न केवल गर्भवती है, बल्कि उसकी स्थिति नाजुक भी है।
वह मानसिक रूप से भी कमजोर है, ऐसे में वह यह भी समझने में असमर्थ है कि वह किस दौर से गुजर रही है। पत्र में बताया गया कि किशाेरी की आयु 15 वर्ष से कम है और उसकी प्रजनन प्रणाली अभी पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाई है। इस अवस्था में गर्भपात को लेकर भी जटिलता हो सकती है। मेडिकल रिपोर्ट में मिस्ड मिसकैरेज का जिक्र भी चिकित्सकों ने किया है। चिकित्सकों के अनुसार गर्भावस्था में जब भ्रूण पहले ही मर जाता है और मां के पेट में ऊतक रह जाते हैं तो इसे मिस्ड मिसकैरेज कहा जाता है। ऐसे में आशंका है कि किशोरी का गर्भपात हो चुका है। चिकित्सकों के अनुसार संभवत: इसी वजह से उसकी तबीयत खराब हुई है। दून अस्पताल में चिकित्सक किशोरी की गहनता से जांच कर रहे हैं।
दुष्कर्म पीड़ित के गर्भवती होने संबंधी जांच के लिए एक टीम जल्द ही मुरादाबाद जाएगी। दरअसल, पुलिस की जांच में किशोरी ने बताया है कि उसके साथ गृहक्षेत्र मुरादाबाद में कुछ लोगों ने अलग-अलग समय पर दुष्कर्म किया था। पुलिस के अनुसार पीड़िता ने एक व्यक्ति के बारे में जानकारी भी दी है। ऐसे में एक टीम मुरादाबाद जाकर जांच करेगी। पुलिस को आशंका है कि पूर्व में हुए दुष्कर्म के कारण किशोरी गर्भवती हुई हे। पुलिस विधिक परामर्श लेकर पीड़िता का डीएनए भी कराने पर विचार कर रही है।