उत्तरकाशी (नेहा): भारतीय पुलिस सेवा (IPS) की अधिकारी सरिता डोभाल ने शनिवार को उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले की पुलिस अधीक्षक (SP) के रूप में कार्यभार संभाल लिया। डोभाल जिले की 19वीं एसपी हैं और इस पद पर आसीन होने वाली पहली महिला हैं। नए एसपी के रूप में कार्यभार संभालने से पहले उन्होंने यहां विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। डोभाल ने अमित श्रीवास्तव का स्थान लिया है, जिन्हें शहर में एक मस्जिद को लेकर विवाद के बीच एसपी के रूप में नियुक्त किए जाने के तीन महीने के भीतर स्थानांतरित कर दिया गया था। हिंदू संगठन मस्जिद को अवैध बताते हुए इसे हटाने की मांग कर रहे हैं। यह विवाद पिछले दो महीने से जारी है।
हिंदू संगठनों ने मस्जिद को हटाने की मांग को लेकर 24 अक्टूबर को उत्तरकाशी में जुलूस निकाला था। जुलूस में शामिल लोगों ने कथित तौर पर एक खास रास्ते से जाने से रोके जाने पर पुलिस कर्मियों पर पत्थर फेंके जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था। झड़पों में सात पुलिसकर्मियों समेत 27 लोग घायल हो गए थे। हिंदू संगठनों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन सौंपकर 24 अक्टूबर की घटना के लिए जिला मजिस्ट्रेट और एसपी को जिम्मेदार ठहराया था और उन्हें हटाने की मांग की थी।
डोभाल ने उत्तरकाशी में हिंदू संगठनों द्वारा मस्जिद के विरोध में आयोजित होने वाली महापंचायत से एक दिन पहले एसपी के रूप में कार्यभार संभाला है। भटवाड़ी के सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) मुकेश चंद रमोला ने कहा कि शनिवार सुबह निषेधाज्ञा लागू कर दी गई, जिसके तहत अगले आदेश तक मस्जिद के 50 मीटर के दायरे में प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। निषेधाज्ञा के चलते उक्त क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति धारदार हथियार जैसे चाकू, भाला या आग्नेयास्त्र लेकर प्रवेश नहीं कर सकेगा। साथ ही पांच या उससे अधिक लोगों के एकत्र होने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। किसी भी प्रकार का सांस्कृतिक या राजनीतिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा। निषेधाज्ञा का उल्लंघन दंडनीय अपराध माना जाएगा। देवभूमि विचार मंच की ओर से रविवार को होने वाली महापंचायत में हिंदू नेता टी राजा के शामिल होने की संभावना है। संपर्क करने पर एसपी ने बताया कि महापंचायत की अनुमति 15 शर्तों पर दी गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है तथा अतिरिक्त बल भी बुला लिया गया है।