भुवनेश्वर (राघव): ओडिशा के पूर्व उच्च शिक्षा और उद्योग मंत्री अनंत दास का 85 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार थे और भुवनेश्वर स्थित अपने आवास पर उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन पर राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री समेत कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया। ओडिशा के वरिष्ठ नेता और बीजू जनता दल (बीजद) के पूर्व मंत्री अनंत दास का निधन हो गया। वह 85 वर्ष के थे और उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। उनके परिवार के अनुसार, उन्होंने सुबह करीब 3:45 बजे अपने सरकारी आवास पर अंतिम सांस ली। पूर्व मंत्री अनंत दास अपने पीछे पत्नी, तीन बेटे और एक बेटी छोड़ गए हैं। उनके बेटे विश्वजीत दास ने बताया कि उनके पिता लंबे समय से अस्वस्थ थे और उनका इलाज चल रहा था।
अनंत दास का जन्म 28 अगस्त 1940 को ओडिशा के बालेश्वर जिले के भोगराई ब्लॉक के कुरुतिया गांव में हुआ था। वह 2004, 2009, 2014 और 2019 में भोगराई विधानसभा सीट से बीजद के टिकट पर विधायक चुने गए। उन्होंने नवीन पटनायक सरकार में उद्योग मंत्री, उच्च शिक्षा मंत्री, सरकार के मुख्य सचेतक और बालासोर जिला योजना बोर्ड के अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने अपने क्षेत्र और राज्य के विकास में अहम भूमिका निभाई।
अनंत दास के निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, पूर्व मुख्यमंत्री और बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी समेत कई बड़े नेताओं ने दुख जताया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोशल मीडिया मंच X पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा, “ओडिशा सरकार में मंत्री रहे अनंत दास के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ। उन्होंने ओडिशा के लोगों के लिए अमूल्य योगदान दिया। उनके परिवार, दोस्तों और समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।”