नई दिल्ली (राघव): ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को लगने जा रहा है। इससे पहले साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 18 सितंबर को लगेगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्या के दिन पड़ता है, जबकि चंद्र ग्रहण हमेशा पूर्णिमा के दिन पड़ता है। यह चंद्र ग्रहण पितृ पक्ष की शुरुआत के दिन और सूर्य ग्रहण की समाप्ति के दिन लगेगा। जब ग्रहण लगता है तो उसका सूतक काल भी शुरू हो जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य ग्रहण का सूतक समय 12 घंटे पहले शुरू होता है और चंद्र ग्रहण का सूतक समय 9 घंटे पहले शुरू होता है, जो ग्रहण की समाप्ति के साथ ही समाप्त होता है। तो आइए जानते हैं कि सूर्य ग्रहण क्यों लगता है? और आखिरी सूर्य ग्रहण का समय और सूतक काल की अवधि क्या है?
भारतीय समय के अनुसार, सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर को रात 9:13 बजे शुरू होगा और अगले दिन 3 अक्टूबर को सुबह 3:17 बजे समाप्त होगा। साल का आखिरी सूर्य ग्रहण चिली और अर्जेंटीना में पूर्ण रूप से दिखाई देगा। आखिरी सूर्य ग्रहण पेरू, न्यूजीलैंड, फिजी, ब्राजील, मैक्सिको, उरुग्वे, अमेरिका, पैराग्वे, इक्वाडोर, अंटार्कटिका, टोंगा आदि में दिखाई देगा। यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इस कारण इसका सूतक मान्य नहीं होगा।