हिसार (किरण): हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए चार सितंबर को भारतीय जनता पार्टी ने 67 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की। इस लिस्ट में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. भजनलाल बिश्नोई के पोते और विधायक भव्य बिश्नोई का नाम भी शामिल है। बीजेपी ने एक बार फिर भरोसा जताते हुए उन्हें हिसार की आदमपुर विधानसभा सीट से टिकट दिया है। साल 2022 में हुए उपचुनाव में भव्य इस सीट से जीतकर पहली बार विधानसभा पहुंचे। भव्य बिश्नोई ने पिछले साल दिसंबर में राजस्थान की निवासी आईएएस अधिकारी परी बिश्नोई से विवाह किया था। उन दिनों दोनों काफी ट्रेंड में रहे थे।
16 फरवरी 1993 में भव्य बिश्नोई ने कुलदीप बिश्नोई और रेणुका बिश्नोई के घर जन्म लिया। बिश्नोई एक ऐसा परिवार जिसकी जड़े राजनीति में काफी गहरी थीं। उनके दादा भजनलाल बिश्नोई प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री भी रहे। 31 वर्षीय भव्य बिश्नोई ने पिछले साल दिसंबर में परी बिश्नोई से शादी की थी। उनकी शादी में सिर्फ हरियाणा ही नहीं बल्कि सात राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के 4 लाख से ज्यादा मेहमानों ने शिरकत की थी। विवाह में वीवीआईपी मेहमानों सहित आम लोगों को भी न्योता दिया गया था।
राजस्थान के बीकानेर काकड़ा गांव की निवासी परी बिश्नोई ने साल 2019 में यूपीएससी में ऑल इंडिया रैंक में 30वां नंबर अख्तियार किया था। उन्होंने तीसरे प्रयास में यह एग्जाम क्लियर किया। परी को सिक्किम कैडर में तैनाती मिली थी। लेकिन विवाह के कारण उन्होंने अपना कैडर चेंज करवाकर हरियाणा करवा लिया। पिछले साल 22 दिसंबर को उन्होंने भव्य बिश्नोई के साथ राजस्थान के उदयपुर में शादी की थी। परी ने अपना ग्रेजुएशन दिल्ली विश्वविद्यालय तो पोस्ट ग्रेजुएशन अजमेर के एमडीएस विश्वविद्यालय से किया।
हरियाणा की आदमपुर विधानसभा सीट बिश्नोई परिवार का गढ़ मानी जाती है। इस सीट पर भजनलाल ने 9 बार विधानसभा चुनाव जीता है। वहीं भव्य की दादी जसमा देवी भी इस सीट से विधायक रही हैं। भव्य के पिता कुलदीप बिश्नोई इस सीट से चार बार विधायक रहे हैं। वहीं वर्तमान में भव्य बिश्नोई इस सीट से विधायक हैं। वह आगामी चुनाव में फिर भाजपा के टिकट पर इस सीट से मैदान में उतर रहे हैं।
पिछले विधानसभा चुनाव में आदमपुर सीट से कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस के टिकट से यह रण फतेह किया था। लेकिन साल 2022 में जून में हुए राज्यसभा चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग के बाद कांग्रेस ने उन्हें सभी पदों से बर्खास्त कर दिया।
इसके बाद बिश्नोई ने राज्यपाल ज्ञानचंद गुप्ता को अपना इस्तीफा दे दिया और वह भाजपा में शामिल हो गए। साल 2022 में नए सिरे से आदमपुर के लिए उपचुनाव हुआ और भाजपा ने इस सीट से कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई को टिकट दिया और वह विजयी हुए। भव्य ने कांग्रेस उम्मीदवार को 15740 वोटों के अंतर से हराया था।