गाजियाबाद (नेहा):गाजियाबाद शहर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा में लगातार दावेदारों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में टिकट हासिल करने की लड़ाई कड़ी होती जा रही है। टिकट के दावेदारों में गाजियाबाद शहर विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले भाजपा नेता ही नहीं बल्कि जिले और जिले के बाहर रहने वाले भाजपा नेता भी शामिल हैं, अब देखना यह है कि पार्टी किस पर भरोसा जताती है। भाजपा द्वारा इस सीट पर प्रत्याशी घोषित किए जाने को लेकर विपक्ष की भी निगाहें हैं। गाजियाबाद शहर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए भाजपा में अशोक मोंगा, मयंक गोयल, संजीव शर्मा, अजय शर्मा के साथ ही ललित जायसवाल और मुकुल उपाध्याय का नाम खुले तौर पर प्रमुख रूप से चर्चा में है।
पिछले दो बार हुए विधानसभा चुनाव में इस सीट पर वैश्य समाज से आने वाले अतुल गर्ग को पार्टी ने टिकट दिया था, उन्होंने इस सीट पर विजय हासिल की थी। हाल ही में लोकसभा चुनाव में पार्टी ने अतुल गर्ग को गाजियाबाद से सांसद प्रत्याशी बनाया, जिसमें उनको जीत हासिल हुई। इस वजह से यह सीट खाली है और वैश्य समाज के मतदाताओं की संख्या निर्णायक होने के कारण वैश्य समाज से मयंक गोयल दावेदारी ठोक रहे हैं। गाजियाबाद में पंजाबी समाज के लोग भी बड़ी संख्या में रहते हैं, ऐसे में अशोक मोंगा का नाम भी चर्चा में है। ब्राह्मण समाज से आने वाले भाजपा के प्रदेश संयोजक अजय शर्मा और गाजियाबाद के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा का नाम भी मजबूती से चर्चा में है।
दोनों नेता पार्टी से लंबे समय से जुड़े हैं। इसके अलावा ब्राह्मण समाज के मुकुल उपाध्याय ने भी गाजियाबाद में अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। वह हाथरस के रहने वाले हैं, 2014 के लोकसभा चुनाव में उनको गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र से बसपा ने अपना प्रत्याशी बनाया था, चुनाव में भाजपा प्रत्याशी सेवानिवृत्त जनरल वीके सिंह ने उनको करारी शिकस्त दी थी। वर्ष 2019 में मुकुल उपाध्याय बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। सिविल डिफेंस के चीफ वार्डन ललित जायसवाल का नाम भी अब टिकट की रेस में शामिल हो गया है। उन्होंने अपना बायोडाटा सौंप दिया है। इन नामों के अलावा भी कई नेता भाजपा से टिकट के लिए दावेदारी कर रहे हैं। गाजियाबाद शहर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर मतदाताओं को साधने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 14 सितंबर को गाजियाबाद आ सकते हैं। इसको लेकर तैयारी तेज कर दी गई है।