न्यूयॉर्क (नेहा): अमेरिका के हवाई द्वीप में मौजूद दुनिया के सबसे एक्टिव ज्वालामुखियों में से एक किलुआ तीन महीने तक शांत रहने के बाद एक बार फिर फूट पड़ा है। लावा के फव्वारे 260 फीट तक ऊंचे थे, अमेरिका के ज्वालामुखी विभाग ने विस्फोट का वीडियो जारी कर सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी। रिपोर्टों के अनुसार, विस्फोट देर रात देर रात करीब दो बजे शुरू हुआ और काल्डेरा फर्श के 500 एकड़ क्षेत्र में फैल गया था। अमेरिकी विभाग ने विस्फोट की एक लाइव-स्ट्रीम शुरू की जिसमें रेड गर्म लावा 80 मीटर की ऊंचाई तक फूटता हुआ दिखाई दिया। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, किलुआ में लावा और ज्वालामुखीय एक्टिविटी हवाई ज्वालामुखी राष्ट्रीय नेशनल पार्क तक ही सीमित थी।
ज्वालामुखीय धुएं का खतरा चारों ओर मंडरा रहा होता है क्योंकि इसमें सल्फर डाइऑक्साइड होता है जो अस्थमा और सांस संबंधी पीड़ित लोगों के लिए परेशानी पैदा कर देता है। बता दें कि हवाई द्वीप में 6 ऐसे हैं वोल्केनो हैं जो हमेशा एक्टिव रहते हैं। इनमें मौनालाओ भी शामिल है। लाओ विश्व का सबसे बड़ा ज्वालामुखी है, जबकि किलुआ कहीं ज्यादा सक्रिय है। ये ज्वालामुखी कैसे बना इसके बारे में वैज्ञानिक सालों से रिसर्च कर रहे हैं। इसमें फ्लो होने वाले लावा के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।